LATEST:


Showing posts with label Mobile. Show all posts
Showing posts with label Mobile. Show all posts

Wednesday, July 16, 2014

अगर खरीदने जा रहे हैं सेकंड हैंड फोन तो ध्यान रखें इन 6 बातों का , Tips To Remember While Purchasing An Old Phone

स्मार्टफोन्स के आने के बाद से यूजर्स लगातार नए और लेटेस्ट फीचर वाला फोन लेना चाहता है। ऐसे में कई बार पुराना फोन बिना किसी खराबी के बदलने की जरूरत पड़ जाती है। इसी तरह कई लोग ऐसे भी हैं जो पुराने स्मार्टफोन्स खरीदते भी हैं। पैसों की कमी के कारण या लेटेस्ट मॉडल कम कीमत में मिलने के कारण अगर आप किसी का पुराना स्मार्टफोन खरीदना चाहते हैं तो इसके लिए जरूरी है कुछ बातों का ध्यान देना जिनकी वजह से आप ठगी या धोखाधड़ी से बच सकते हैं।

पुराना स्मार्टफोन खरीदते समय ध्यान रखें-

अपना पसंदीदा फोन सिलेक्ट करने और मोल भाव करने के बाद भी कई ऐसी बातें होती हैं जिन्हें चेक करना बहुत जरूरी होता है।

सबसे जरूरी है फोन के फीचर्स चेक करना, कई बार कैमरा और ऐप्स के अलावा, यूजर्स कुछ भी चेक नहीं करते हैं। इससे आगे चलकर उन्हें परेशानी हो सकती है।


सेल्युलर नेटवर्क-

कोई पुराना फोन खरीदने से पहले सेल्युलर नेटवर्क के बारे में जानकारी ले लें। कई बार कोई डिवाइस सिर्फ एक या दो सेल्युलर नेटवर्क ही सपोर्ट करता है। ऐसा अकसर उन स्मार्टफोन्स के साथ होता है जिन्हें विदेशों से लाया जाता है। ये सेलफोन कॉन्ट्रैक्ट पर सस्ते दाम में खरीद लिए जाते हैं और ये सिर्फ कुछ खास ऑपरेटर्स का नेटवर्क ही सपोर्ट करते हैं।

एक और जरूरी बात ये है कि नेटवर्क कनेक्शन के साथ कॉल आउट गोइंग और स्पीकर्स को चेक कर लिया जाए। कई बार नेटवर्क कनेक्शन शो करने के बाद भी डिवाइस से कॉल नहीं लगती है। एक बार अगर फोन से कॉल करके देख ली जाएगी तो फोन के स्पीकर, कनेक्शन और फोन के माइक की जांच हो जाएगी।


ब्लूटूथ, वाई-फाई और बाकी कनेक्टिविटी ऑप्शन चेक करना-

कई बार गैजेट में किसी टेक्निकल गड़बड़ी के कारण ब्लूटूथ, वाई-फाई और बाकी कनेक्टिविटी ऑप्शन काम करना बंद कर देते हैं।

कोई भी पुराना फोन लेने से पहले ये ध्यान रखें की ब्लूटूथ, वाई-फाई, यूएसबी जैसे कनेक्टिविटी ऑप्शन को चेक कर लें। ब्लूटूथ को इस्तेमाल कर देख लें की ये ठीक से बाकी डिवाइस को सर्च कर रहा है या नहीं। अधिकतर कोई भी स्मार्टफोन खराब होते ही सबसे पहले इन कनेक्टिविटी ऑप्शन को सपोर्ट करना बंद कर देता है।

ये एक ऐसा फीचर है जिसे अधिकतर यूजर्स चेक नहीं करते हैं। ऐसे में बेचने वाले के लिए आपको खराब गैजेट बेचना ज्यादा आसान हो जाता है। अगर गैजेट खरीदते समय आपके पास कोई ऐसा डिवाइस है जो वाई-फाई हॉट-स्पॉट क्रिएट कर सकता है तो उसका इस्तेमाल भी करें।


मेमोरी-

कोई भी सेकंड हैंड फोन खरीदते समय ध्यान रखें की फोन का मेमोरी स्टेटस चेक कर लें। इंटरनल स्टोरेज में ऐप्स सेव रहते हैं और एक्सटर्नल स्टोरेज में अन्य चीजें। किसी भी फाइल को इंटरनल मेमोरी से एक्सटर्नल मेमोरी में शिफ्ट करके देख लें। अगर फाइल आसानी से ट्रांसफर हो रही है तो सब सही है, लेकिन अगर कोई एरर आ रहा है तो हो सकता है कि फोन में मेमोरी प्रॉब्लम हो या फिर वायरस हो जो फोन मेमोरी में फाइल शिफ्ट नहीं करने दे रहा हो।

अगर आप आईफोन लेने जा रहे हैं तो उनमें एक्सटरनल स्टोरेज नहीं होती है। ऐसे में फोन की स्पेसिफिकेशन सेटिंग्स में जाकर अच्छे से देख लें। हो सकता है कि बेचने वाला आपको 16 GB मॉडल बताकर 8 GB बेच दे और आप उसे खरीद भी लें।


कैमरा-

लिस्ट बहुत लंबी हो सकती है, लेकिन जरूरी फीचर्स को चेक कर लिया जाए तो ये बेहतर होगा। नया हो या पुराना किसी भी स्मार्टफोन को खरीदने से पहले कैमरा फीचर्स अच्छे से चेक कर लें।

फोन से फोटो और वीडियो बना कर देख लें। कैमरा फीचर्स स्क्रीन पर कई बार ठीक दिखते हैं, लेकिन फोटोज खींचने के बाद क्वालिटी काफी खराब आती है। रियर कैमरा, फ्रंट कैमरा और फ्लैश सभी को अच्छे से चेक कर लेना चाहिए।

* IMEI नंबर-

कोई भी सेकंड हैंड फोन लेने से पहले बैटरी पर लिखा IMEI नबंर देख लें। फोन पर *#06# डायल कर अपने हैंडसेट का IMEI नंबर और बैटरी पर लिखे नंबर को मिल कर देखें। अगर दोनों अलग हैं तो बैटरी बदली गई है। ये खराब क्वालिटी की लोकल बैटरी भी हो सकती है।

इसके अलावा, इंटरनेट पर IMEI नंबर की डिटेल्स जरूर चेक करें। हो सकता है कि जिस सेकंड हैंड स्मार्टफोन को आप लेने जा रहे हैं वो किसी से चुराया गया हो या उसके खो जाने की रिपोर्ट हुई हो।


बिल या वारंटी बॉक्स-

कोई भी पुराना स्मार्टफोन खरीदते समय ये ध्यान रखें की उस गैजेट का असली बिल या वारंटी पेपर चेक करना ना भूलें। ओरिजिनल बिल से आपको फोन के खरीदे जाने की असली डेट का पता चल सकता है।

अगर हैंडसेट वारंटी के अंदर है तो उसकी कीमत बढ़ जाती है। अगर वारंटी खत्म हो चुकी है तो हैंडसेट सस्ते दाम में मिल सकता है।

* एक्सेसरीज-

कोई भी गैजेट लेने से पहले उसके साथ मिलने वाली एक्सेसरीज को जरूर ध्यान से चेक कर लें। चार्जर, हैडफोन या यूएसबी केबल चेक करने से बाद में किसी भी गड़बड़ी से आप बच सकते हैं।


डिस्प्ले-

पुराने स्मार्टफोन में जिस फीचर के खराब होने का खतरा सबसे पहले रहता है वो होता है फोन का डिस्प्ले। फोन के डिस्प्ले को चेक करने के लिए किसी भी रॉकेट साइंस की जरूरत नहीं होती है। सबसे आसान तरीका होता है स्क्रीन के सभी हिस्सों को अच्छे से चेक करना।

स्क्रीन पर डेड पिक्सल को भी चेक कर लेना चाहिए। स्क्रीन पर किसी भी जगह अगर ब्लैक या रेड कलर का स्पॉट दिख रहा है तो वो डेड पिक्सल है। स्क्रीन सबसे पहले उस जगह से रिस्पॉन्स देना बंद करेगी। इसके अलावा, ऑनस्क्रीन की-बोर्ड को दोनों हॉरिजॉन्टल और वर्टिल मोड में चला कर देख लें। देख लें की सभी बटन अच्छे से काम कर रहे हैं या नहीं।

गैलरी से कोई भी फोटो खोलें और उसे जूम इन और जूम आउट कर के देख लें। ऐसा करने से स्क्रीन को चेक करना ज्यादा आसान हो जाएगा।
Read more :-

Sunday, July 13, 2014

मेमरी कार्ड के बनें एक्सपर्ट

बीएस पाबला 

मेमरी कार्ड के इस्तेमाल को लेकर कई बार उलझन की स्थिति का सामना करना पड़ जाता है। इस छोटी-सी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के मायाजाल को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं हम:

फ़्लैश मेमरी कार्ड या सॉलिड स्टेट फ्लैश मेमरी डेटा स्टॉरेज जैसे नामों से जाना जाने वाला मेमरी कार्ड डिजिटल कॉन्टेंट को इकट्ठा करके रखने वाली एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होती है। आज-कल इसका इस्तेमाल मोबाइल फ़ोन्स, डिजिटल कैमरा, म्यूज़िक प्लेयर और विडियो गेम जैसे कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में किया जाता है। इसमें दर्ज़ हुई डिजिटल जानकारियां मिटाई जा सकती हैं, दोबारा डाली जा सकती हैं और उनमें जरूरी बदलाव किए जा सकते हैं। कंप्यूटर, लैपटॉप से कनेक्ट हो सकने वाली पेन ड्राइव से यह मेमरी कार्ड आकार, प्रकार में अलग होता है और जिन डिवाइस में इसका इस्तेमाल होता है, उनमें इसके लिए एक स्थान निश्चित होता है। तकनीक की दुनिया में इसे Non-volatile SD Card कहा जाता है। SD का मतलब है Secure Digital और Non-volatile का मतलब है कि इसे अपनी याददाश्त के लिए किसी बाहरी ऊर्जा स्रोत की ज़रूरत नहीं है।

तीन तरह के कार्ड
मेमरी कार्ड तीन तरह के होते हैं। ये हैं: SD, SDHC और SDXC




SD
- इसे मेमरी कार्ड की पहली पीढ़ी माना जाता है। इस कार्ड की मोटाई आमतौर पर 2.1 मिलीमीटर होती है और इसकी अधिकतम क्षमता होती है 2 GB।
- इस तरह के मेमरी कार्ड तीन आकारों में आते हैं। पहला है मूल SD, जो सीधे अपने लिए बने खांचे में फिट हो जाता है। बाकी दो अपेक्षाकृत छोटे आकार के आते हैं, जिन्हें miniSD, microSD कहते हैं। इन्हें एक अडॉप्टर की मदद से संबंधित खांचे में लगाया जा सकता है।
- आमतौर पर SD कार्ड्स का इस्तेमाल पर्सनल कम्प्यूटर्स, विडियो कैमरा, डिजिटल कैमरा और ऐसे ही बड़े आकार के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में किया जाता है, जबकि miniSD, microSD को मोबाइल, टैबलट जैसे छोटे डिवाइस में इस्तेमाल किया जाता है।

SDHC
दूसरी जेनरेशन के मेमरी कार्ड 2006 में आए, जिन्हें SDHC कहा गया। SDHC कार्ड का मतलब है Secure Digital High Capacity कार्ड। आकार में तो यह SD कार्ड जैसे ही होते हैं, लेकिन इनकी क्षमता 4GB से 32GB तक होती है। इनमें भी अपेक्षाकृत छोटे आकार के कार्ड miniSD, microSD कहलाते हैं।

SDXC
मेमरी कार्ड की तीसरी जेनरेशन 2009 में आई, जिसे SDXC कहा गया। SDXC का मतलब Secure Digital extended Capacity है। इनकी क्षमता 48GB से 2TB तक होती है। (व्यावहारिक तौर पर अभी केवल 128GB की क्षमता ही आम लोगों के लिए उपलब्ध है। इसका छोटा आकार केवल microSD ही है। वैसे अब इनके UHS (Ultra High Speed bus) और SDIO (Secure Digital Input Output) प्रारूप भी आ गए हैं। UHS 1 और UHS 3 फॉर्मैट वाले मेमरी कार्ड भी आ गए हैं, जो ज्यादातर व्यावसायिक उपकरणों में यूज होते हैं।

मेमरी कार्ड की स्पीड
मेमरी कार्ड की स्पीड एक अहम फीचर है। इसे इस बात से नापा जाता है कि मेमरी कार्ड में कितनी स्पीड से एक फोटो जैसी डिजिटल जानकारी सहेजी जा सकती है या निकाली जा सकती है। कई बार आपने देखा होगा कि कैमरा, किसी फोटो को सहेजते हुए कुछ ज़्यादा ही समय ले लेता है, बिज़ी का संकेत देता रहता है या किसी विडियो को देखते हुए बार-बार रुकावट आती है। दरअसल, मेमरी कार्ड वाला हर डिवाइस एक खास स्पीड वाले कार्ड के लिए बना होता है। उससे कम स्पीड वाला मेमरी कार्ड लगा हो तो वह अपेक्षित परिणाम नहीं दे पाएगा। हममें से ज़्यादातर लोग इस पर कोई खास ध्यान नहीं देते। अक्सर लोग जो डिवाइस 16GB तक की मेमरी कार्ड के लिए बना है, उसमें 8GB/16GB का कार्ड डलवा लेते हैं, लेकिन कार्ड की स्पीड पर ध्यान नहीं देते। तो अगली बार अगर आपको लगे कि आपका कैमरा फोटो लेने के बाद उसे स्टोर करने में ज्यादा समय ले रहा है या कैमकॉर्डर किसी विडियो को लेते समय ठीक से काम नहीं कर रहा है, तो बेहतर होगा कि पहले यह देख लें कि मेमरी कार्ड की स्पीड, डिवाइस के हिसाब से ठीक है या नहीं। मेमरी कार्ड में Class 2 सबसे धीमी और Class 10 सबसे तेज़ स्पीड होती है। अब अगर आपके कैमरे की क्षमता Class 4 वाले मेमरी कार्ड की है तो Class 4 मेमरी कार्ड का इस्तेमाल करना ही समझदारी है। इससे ज्यादा स्पीड वाले कार्ड का इस्तेमाल कोई मायने नहीं रखता, क्योंकि कैमरा ज्यादा स्पीड वाले कार्ड की क्षमता का सदुपयोग कर ही नहीं पाएगा। ध्यान देने की बात यह है कि एक ही स्टॉरेज कपैसिटी (जैसे 16GB) वाले कार्ड की स्पीड जितनी बढ़ती जाएगी, उसकी कीमत भी उतनी ही बढ़ती जाएगी।

कैसे जानें कार्ड की स्पीड
हो सकता है कि कार्ड पर एमबी/सेकंड में स्पीड लिखी हो। अगर ऐसा नहीं है, तो आप कार्ड की गति की पहचान कार्ड पर बने चिह्नों से कर सकते हैं। कार्ड पर एक अधूरे गोले में 2 लिखे होने का मतलब है क्लास 2, जिससे कम से कम 2 एमबी/सेकंड की स्पीड मिलेगी। इसी तरह 4, 6, 10 का मतलब क्लास 4, क्लास 6 और क्लास 10 है, जिनसे कम से कम 4, 6 और 10 एमबी/सेकंड की स्पीड मिलेगी। U जैसे चिह्न के भीतर 1 या 3 लिखे होने से कम से कम 10 और 30 एमबी/सेकंड की उम्मीद मिलेगी।

मेमरी कार्ड की सुरक्षा
- कई बार हम गलती से अचानक ही मेमरी कार्ड से गाने, फोटो या कोई डेटा मिटा डालते हैं। जब तक गलती का अहसास हो, तब तक बात बिगड़ चुकी होती है या फिर मेमरी कार्ड के डेटा से कोई छेड़छाड़ ना हो जाए, ऐसा भी ख्याल आता है।

- इस गड़बड़ी से बचने के लिए कई आधुनिक सॉफ्टवेयर हैं, जो किसी कोड या पासवर्ड द्वारा मेमरी कार्ड के डेटा तक अवांछित पहुंच को रोकते हैं। कुछ कमांड भी इस काम को बखूबी कर देते हैं।

- किसी तरह की अनजानी भूल से बचने का एक आसान रास्ता है। मेमरी कार्ड के किनारे सरकने वाला एक छोटा-सा टुकड़ा रहता है, जिसे Lock स्थिति की ओर खिसका दिया जाए, तो उस कार्ड में न कोई डेटा डाला जा सकेगा, ना ही कुछ निकाला जा सकेगा। Unlock करने के लिए उसे वापस सामान्य स्थिति पर रखा जा सकता है।

कुछ और बातें
- मेमरी कार्ड कभी गड़बड़ा जाए तो समस्या होती है कि उसे कैसे ठीक करें। इसके लिए SD Card Recovery Tool जैसे कई सॉफ्टवेयर हैं।
- मेमरी कार्ड से कभी कोई डेटा मिट जाए तो उसे वापस लाने के Undelete 360, Recuva जैसे ढेरों सॉफ्टवेयर हैं।
- विभिन्न प्रयोगों/ट्रिक के लिए Memory Cards Tools, Memory Card Manager का इस्तेमाल किया जा सकता है।
Read more :-

BBM beta for Windows Phone launched by Blackberry

BBM beta for Windows Phone launched by Blackberry
---------------------------------------------------------------------------------------
BBM finally arrives on Windows Phone in open Beta for testing.




Blackberry's BBM app is already available for Android and iOS and now the app has finally arrived on Windows Phone. Users can sign for access to the limited beta version, from the BlackBerry Beta Zone. Blackberry says that the app is open for testing and feedback, but users will have to wait “just a bit longer” for the full release.

BlackBerry stated in the announcement that it focused on Chats, Contacts and Feeds in the release. Users can swipe left and right to move between these three pages, while common actions can be found at the bottom of the page. Users can access additional controls by tapping on a button with three dots in the menu.

BBM for Windows Phone comes with the ability to pin a contact to the Start menu for easy access. Users also get the ability to chat, share pictures and contacts with one or many BBM contacts. However the beta version doesn't have stickers which Blackberry launched last year. BlackBerry says these will be added in the “coming months.”

Blackberry has also added BBM Groups, which allows users to have a private group chat, share photo albums, calendars and lists. BBM feeds show you your contacts' latest status or profile pictures and if you want to chat with your friends you can just tap on their name to be redirected to a chat. BBM's beta version was spotted on the Windows Phone store earlier this week and the listing stated that the app will work with Windows Phone 8.1 and Windows Phone 8 platforms.

BBM was rolled out for iOS and Android devices in October last year, and got over 20 million downloads within the first week according to Blackberry. The company had earlier said that it has no plans to launch on Windows platform but David Proulx, BlackBerry’s Senior Director of BBM Business Development, stated that the decision was “entirely market driven”.



Read more :-

Wednesday, December 21, 2011

पुराने मोबाइल फोन को फेंकिए मत, यह आपको पैसे दिलाएगा


आपका मोबाइल फोन पुराना हो गया और उससे आप ऊब गए हैं तो उसे फेंकिए मत या यूं ही किसी को दान मत दीजिए । दरअसल यह आपको पैसे दिला सकता है।
क्यों नहीं इस फोन से कुछ पैसे कमा लीजिए। एक ऑनलाइन ई कॉमर्स कंपनी प्राइसशेडडॉटकॉम आपको इसके पैसे दिलाएगी। पहले आप उस फोन की कीमत लगाइए और कंपनी की साइट पर जाकर अपना पता लिखवाइए। कंपनी एक पैकट भेजेगी जिसमें भरकर आप उस हैंडसेट को रखिए। कंपनी का कर्मचारी आकर उस फोन को आपके घर से उठा लेगा। कंपनी के टेक्नीकल एक्सपर्ट आपके फोन की कीमत लगा देंगे। उसके बाद अगर आप उस मूल्य पर उसे बेचने को तैयार हैं तो कंपनी उस रकम का चेक बनाकर भेज देगी।
कंपनी उस मोबाइल फोन से सबी तरह का डाटा मिटा देगी और उसमें जरूरी रिपेयर करके उसे फिर बेच देगी। आपको खरीदार खोजने की जहमत से छुटकारा मिल जाएगा और सही पैसे भी मिल जाएंगे।


Read more :-